दादखाजखुजलीजैसे रोगों क
E0 A6 86 E0 A6 B0 E0 A6 95 E0 A6 A4о रोगों के कारक. रोग उत्पन्न करने वाले कारकों को रोगजनक (पैथोजन) कहते हैं जैसे जीवाणु, विषाणु (वायरस), प्रोटोजोआ , कवक, इत्यादि। कुछ रोग. प्राकृतिक चिकित्सा के अन्तर्गत रोगों का उपचार व स्वास्थ्य लाभ का आधार है 'रोगाणुओं से लड़ने की शरीर की स्वाभाविक शक्ति'। डा0 श्री.
E0 A4 B8 E0 A5 82 E0 A4 B0 E0 A4 Shat kriyakala.pptx. sep 10, 2023 • download as pptx, pdf •. 0 likes • 244 views. d. dr.ramraj singh. follow. importance of kriya kala according to stages of dosha and their management. read more. फेफड़ो के रोगों, कफ़ और खांसी जैसी समस्या में आयुर्वेदिक औषधियों में अफीम को कई अन्य औषधियों के साथ मिलाकर लिया जाता है। अफीम. हृदय रोगों का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि हृदय रोग किस प्रकार का है और यह कितना आगे बढ़ चुका है। इसे मोटे तौर पर तीन कैटेगरी में. मानसिक रोग की आयुर्वेदिक दवा, जड़ी बूटी और औषधि mansik bimari ki ayurvedic dawa aur aushadhi. मानसिक रोगों के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां. ब्राहृमी. आयुर्वेद.
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